Love Shayari

तुम्हारा होना ना होने के जैसा है

तुम्हारा होना ना होने के जैसा है
तुम्हें खोना ना पाने के जैसा है...

प्रेम

प्रेम...
प्रेम कभी भी, पूराना नही होता।
प्रेम जैसा कोई , खजाना नही होता।
प्रेम रखता है जवाँ दिलों को हमेशा,
प्रेम में उम्र जैसा, पैमाना नही होता।।

"साहित्य" इंदौर

क्या ज़रूरत थी हमे महफ़िल में बुलाने की

क्या ज़रूरत थी हमे महफ़िल में बुलाने की,
जब करना ही था दूर तो अपना न कहते।

जिस चीज पे तू हाथ रखे वो चीज तेरी हो

जिस चीज पे तू हाथ रखे वो चीज तेरी हो,

और जिस से तू प्यार करे, वो तक़दीर मेरी हो.

क्या ज़रूरत थी हमे महफ़िल में बुलाने की

क्या ज़रूरत थी हमे महफ़िल में बुलाने की,
जब करना ही था दूर तो अपना न कहते।

"साहित्य" इंदौर

बेपनाह मुहब्बत की कसम मत खाओ

बेपनाह मुहब्बत की कसम मत खाओ,
हमने कई कसमे यूँ ही टूटते हुए देखी है।

"साहित्य" इंदौर