Life Shayari

हर शाम कह जाती है एक कहानी

हर शाम कह जाती है एक कहानी
हर सुबह ले आती है एक नई कहानी
रास्ते तो बदलते है हर दिन लेकिन
मंजिल रह जाती है वही पुरानी

लम्हों की खुली किताब है ज़िन्दगी

लम्हों की खुली किताब है ज़िन्दगी
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी
कुछ ज़रूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी
इन्ही सवालों का जवाब है ज़िन्दगी..

चुपके से आकर मेरे कान मे

चुपके से आकर मेरे कान मे,
एक तितली कह गई अपनी ज़ुबान मे…
उड़ना पड़ेगा तुमको भी,
मेरी तरह इस तूफान मे…

हमें क्या पता था जिंदगी इतनी अनमोल है

हमें क्या पता था जिंदगी
इतनी अनमोल है,
कफन ओढ़ के देखा तो
नफरत करनेवाले भी रो रहे थे !

चाहिए मुझे वही सुनहरी घूप

चाहिए मुझे वही सुनहरी घूप
चाहिए खुली हवा
हवा में घुली नमी से भीगना है
कब तलक पलकों की कैद में रखोगे मुझे