Dard Shayari

हर सपना इंसान का पूरा नही होता

हर सपना इंसान का पूरा नही होता
कोई किसी के बिना अधूरा नही होता
जो चाँद रोशन करता है तमाम रातो को
वो भी तो हर रात को पूरा नही होता

मर कर तमन्ना जीने जी किसे नही होती

मर कर तमन्ना जीने जी किसे नही होती
रो के खुश होने की तमन्ना किसे नही होती
कह तो दिया के जी लेगे अपनो के बगैर
पर अपनो की तमन्ना किसे नही होती!

Pyar unhe bhi tha aur hame bhi tha

Pyar unhe bhi tha aur hame bhi tha
par kya majburi thi izhare mohabbat me
wo chahkar bhi kuch keh na paye aur
hum chahkar bhi unse kuch sun na paye

चाहे मर्जी जितनी तुम रूठी रहो पर ये ना भूलना

चाहे मर्जी जितनी तुम रूठी रहो पर ये ना भूलना,
साथ एक साया तुम हरदम पाओगे,
मुड़के देखोगे तो तन्हाई होगी,
अगर महसूस करोगे तो हमे पाओगे……

अगर तुम न होते तो गज़ल कौन कहेता

अगर तुम न होते तो गज़ल कौन कहेता,
तुम्हरे चहेरे को कमल कौन कहेता,
ये तो करिश्मा है मोहोब्बत का,
वरना पथ्थर को ताज महल कौन कहेता ?

आप गैरों की बात करते हैं

आप गैरों की बात करते हैं
हमने अपने भी आज़माए हैं
लोग काटो से बच के चलते हैं
हमने फूलों से भी ज़ख्म खाए हैं!