Bewafa Shayari

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना,
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना,
मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना..!!

हर किसी के नसीब में कहा लिखी होती हे चाहतें

हर किसी के नसीब में कहा लिखी होती हे चाहतें,
कुछ लोग दुनिया में आते हे सिर्फ तन्हाइयों के लिए..!!

हंसी की राह में ग़म मिले तो क्या करें

हंसी की राह में ग़म मिले तो क्या करें
वफ़ा की राह में बेवफा मिले तो क्या करें
कैसे बचाये ज़िन्दगी को धोके बाजों से
कोई मुस्कुरा के धोका दे जाये तो क्या करें

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना,
तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना,
मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना,
मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना..!!

अगर तुम देखो आइना

अगर तुम देखो आइना,
तो अपने आप से नज़रें चुरा लेना,
के अक्सर बेवफा लोगों को,
जब वो आईना देखें,
आखें चोर लगती हैं…!

बेवफा कहने से पहले मेरी

बेवफा कहने से पहले मेरी
रग रग का खून निचोड़ लेना,
कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले
तो बेशक मुझे छोड़ देना।