2 Line Shayari

ये मत पुछ कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ?
बस इतना जान लो कि, बस तुमसे करता हूँ और बेपनाह करता हूँ।

सुनो कभी तुम नाराज हूए तो हम झुक जाएंगे,
कभी हम नाराज हो तो आप गले लगा देना.

साँसे मेरी, जिन्दगी मेरी और मोहब्बत भी मेरी,
मगर हर चीज मुकम्मल करने के लिए जरुरत तेरी..!!

जाने लोग मोहब्बत को क्या क्या नाम देते है,
हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते है !

तुझको लेकर मेरा ख्याल नहीं बदलेगा,
साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा.

हमेँ कहाँ मालूम था क़ि इश्क़ होता क्या है,
बस एक ‘तुम’ मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई.