कभी ना आए मेरे साथ चलके

कभी ना आए मेरे साथ चलके...

कभी ना आए मेरे साथ चलके,
हमेशा गये मुझे बरबाद करके,
अगर आ गयी वो मेरी जनाज़े पे,
तो कह देना अभी सोया हैं तुझे याद करके..!!

More from Saurabh Bahotwal

दरिया ने झरने से पूछा
तुझे समन्दर नहीं बनना है क्या..?
झरने ने बड़ी नम्रता से कहा
बड़ा बनकर खारा हो जाने से अच्छा है
छोटा रह कर मीठा ही रहूँ!

रब किसी को किसी पर फ़िदा न करे

रब किसी को किसी पर फ़िदा न करे,
करे तो क़यामत तक जुदा न करे,
ये माना की कोई मरता नहीं जुदाई में,
लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में।

जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना

जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।

मोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना है,
किसे आँखों में रखना है, किसे दिल में बसाना है..

नाराज न होना कभी यह सोचकर कि काम मेरा और
नाम किसी का हो रहा है?

घी और रुई सदियों से जलते चले आ रहे हैं,
और लोग कहते हैं दिया जल रहा है।

तूने मोहब्बत मोहब्बत से ज्यादा की थी

तूने मोहब्बत, मोहब्बत से ज्यादा की थी,
मैंने मोहब्बत तुझसे भी ज्यादा की थी,
अब किसे कहोगे मोहब्बत की इन्तेहाँ,
हमने शुरुआत ही इन्तेहाँ से ज्यादा की थी..!!