Sharabhi Shayari

तेरी यादोँ के नशे मेँ अब चूर हो रहा हूँ

तेरी यादोँ के नशे मेँ अब चूर हो रहा हूँ,
लिखता हूँ तुम्हेँ और मशहूर हो रहा हूँ..

पूरा अब मेरा ये ख़्वाब हो जाये

पूरा अब मेरा ये ख़्वाब हो जाये,
लिख दू उनके दिल पे किताब हो जाये।
ना मयकदे की जरूरत हो ना मयखाने की,
अगर नज़र से पिला दो शराब हो जाये।।

तेरी आँखों के ये जो प्याले हैं

तेरी आँखों के ये जो प्याले हैं,
मेरी अंधेरी रातों के उजाले हैं,
पीता हूँ जाम पर जाम तेरे नाम का,
हम तो शराबी बे-शराब वाले हैं..!!

मेरे हांथों में जाम के प्याले है

मेरे हांथों में जाम के प्याले है
मेरी ज़िन्दगी तेरे हवाले है
न रौंद तू इस तरह मेरी चाहत को ज़ालिम
मेरे दिल में तेरी मोहोब्बत के छाले है..!!

पी है शराब हर गली की दुकान से

पी है शराब हर गली की दुकान से,
दोस्ती सी हो गयी है शराब की जाम से,
गुज़रे है हम कुछ ऐसे मुकाम से,
की आँखें भर आती है मोहब्बत के नाम से..!!

एक जाम उलफत के नाम

एक जाम उलफत के नाम,
एक जाम मोहबत के नाम,
एक जाम वफ़ा के नाम,
पूरी बोतल बेवफा के नाम,
और पूरा ठेका दोस्तों के नाम.