Bollywood Shayari

ज़िंदगी है नादान इसलिए चुप हूँ

ज़िंदगी है नादान इसलिए चुप हूँ,
दर्द ही दर्द सुबह शाम इसलिए चुप हूँ,
कह दू ज़माने से दास्तानं अपनी,
उसमे आ गया तेरा नाम इसलिए चुप हूँ..!!